
घनश्याम साहू(the chhattisgarh news)
ग्राम पंचायतों के कंधो पर गांव के सर्वांगीण विकास की जिम्मेदारी-अध्यक्ष अरूण कुमार सार्वा
जनपद पंचायत कुरुद द्वारा आयोजित नवनिर्वाचित सरपंचों का प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रथम अरोरा शिक्षण केन्द्र कुरुद में संपन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्य रूप से जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण कुमार सार्वा, उपाध्यक्ष गौकरण साहू, सभापति अजय ध्रुव, कुरूद जनपद पंचायत अध्यक्ष गीतेश्वरी साहू एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री रोमा श्रीवास्तव उपस्थित थे।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में नवनिर्वाचित सरपंचों को संबोधित करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण सार्वा ने कहा कि-आज ग्राम पंचायतों के कंधो पर गांव के सर्वांगीण विकास की जिम्मेदारी है। आप सभी सरपंच गांव के प्रतिनिधि हैं। आपकी नीतियां, कार्य शैली और दृष्टिकोण ही गांव के भविष्य को निर्धारित करेगी। जिला पंचायत उपाध्यक्ष गौकरण साहू ने कहा कि-ग्राम सभा को सशक्त बनाना ही पंचायत की आत्मा को जीवंत करना है। प्रशिक्षण से न केवल प्रशासनिक समझ बढ़ती है बल्कि नेतृत्व क्षमता का भी विकास होता है। यह प्रशिक्षण आपके कामकाज को सरल और पारदर्शी बनायेगा।
जिला पंचायत धमतरी की मुख्य कार्यपालन अधिकारी रोमा श्रीवास्तव ने कहा कि- ग्राम पंचायतों का कुशल नेतृत्व ही ग्रामीण विकास की नींव है। सरपंच केवल एक जनप्रतिनिधि नहीं, बल्कि ग्राम के विकास योजनाओं के संवाहक होते हैं। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम उनके प्रशासनिक कौशल को मजबूत करेगा। उन्होंने सरपंचों से न्याय, पारदर्शिता और सहभागिता के सिद्धांतों पर चलकर अपने कार्यों का निष्पादन करने की अपील की। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य नवप्रवेशित जनप्रतिनिधियों को शासन की प्रमुख योजनाओं, निर्माण कार्यों की प्रक्रिया, नियमों एवं ग्राम पंचायत के प्रशासनिक कार्यों के प्रति जागरूक एवं दक्ष बनाना है। आगे उन्होंने सरपंचों से संवाद एवं प्रश्नोत्तरी के माध्यम से उनकी जिज्ञासाओं का भी समाधान किया।
सरपंचों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में सबसे पहले भंडार क्रय नियम के तहत निर्माण कार्यों में प्रयुक्त सामग्रियों की खरीदी के लिए आवश्यक भंडार क्रय नियमों की विस्तृत जानकारी लेखा अधिकारी जिला पंचायत चंदन टंडन ने दी गई। आगे उन्होंने यह भी बताया गया कि पारदर्शिता, अनुमोदन की प्रक्रिया एवं गुणवत्ता सुनिश्चित करना ग्राम पंचायत के दायित्व में शामिल है। पंचायती राज अधिनियम के तहत उपसंचालक नकुल वर्मा ने बताया कि-पंचायतीराज अधिनियम केवल कानून नहीं ग्राम स्वराज की आधारशिला है। छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियम 1993 की मूल धाराओं और उनके प्रभाव को गहराई से समझें यह अधिनियम ग्रामसभा को सर्वोच्च मान्यता देता है। यह ग्राम विकास में लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करता है। आप सरपंच न केवल ग्राम पंचायत के मुखिया हैं बल्कि ग्रामसभा के भावना के संवाहक भी हैं। आगे उन्होंने यह भी बताया कि अधिनियम के माध्यम से पंचायतों को जो वित्तीय, प्रशासनिक और विकासात्मक अधिकार दिये गये हैं उनकी सही समझ से ही योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन संभव है। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत उद्देश, हितग्राहियों के चयन का आधार, बर्हिवेशन मापदंड, योजना ग्रामीण का चरणबद्ध क्रियान्वयन, वित्तीय सहायता,आवास की रूपरेखा, आवास निर्माण में हितग्राहियों के लिए आवश्यक दिशा निर्देश,योजना अंतर्गत कार्यरत मैदानी अमलो का कार्य एवं दायित्व,नवाचार योजना द्वारा ग्रामीण बिहान समूह महिलाओं का आजीवीका संवर्धन के बारे में विस्तृत जानकारी दिया गया और अंत मे योजना अंतर्गत संभावित समास्या एवं उसके समाधान की जानकारी दी गयी।

स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण ग्रामों में शौचालय निर्माण, ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन, व्यक्तिगत और सार्वजनिक स्वच्छता को लेकर जानकारी दी गई। सरपंचों को जनजागरूकता अभियान में भागीदार बनने का आह्वान किया गया।महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत 100 दिवस के रोजगार, मजदूरी भुगतान, कार्य की प्रविष्टि, मास्टर रोल, तकनीकी स्वीकृति एवं निगरानी की प्रक्रिया को सरल भाषा में समझाया गया। ग्राम पंचायत सरपंचों को बताया गया कि पारदर्शी क्रियान्वयन ही ग्राम विकास की कुंजी है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत विशेषकर महिलाओं को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का प्रमुख माध्यम है। योजना के अंतर्गत कार्यरत स्वसहायता समूहों की संरचना, संचालन, बैंक लिंकेज आय मूलक गतिविधियों, सामुदायिक संस्थाओं और ग्राम संगठन की भूमिका की जानकारी दी गई।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में जनपद पंचायत कुरुद के सीईओ, तकनीकी सहायक, पंचायत सचिव एवं योजना प्रभारी अधिकारियों ने विषय विशेषज्ञ के रूप में प्रशिक्षण सत्रों का संचालन किया। प्रश्नोत्तर सत्र के माध्यम से सरपंचों की शंकाओं का समाधान भी किया गया।
सरपंच प्रशिक्षण कार्यक्रम में चंदन टंडन जिला लेखा अधिकारी, नकुल प्रसाद वर्मा उपसंचालक पंचायत, धरम सिंह सहायक परियोजना अधिकारी, मोनेश साहू , रविन्द्र वर्मा, अनुराग मिश्रा, रतन लंझियाना, विनोद देवान ने योजनांतर्गत विस्तृत जानकारी से प्रशिक्षण दिया। अंत में अमित सेन मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत कुरूद ने आभार प्रदर्शन किया।
