शिक्षा और पंचायत का अनोखा संगम

घनश्याम साहू (the chhattisgarh news)
कुरूद। पंचायत और शिक्षा के बीच सशक्त समन्वय स्थापित करने तथा “मोर गांव – मोर अभियान” को नई दिशा प्रदान करने के उद्देश्य से सरपंच संघ कुरूद की टीम ने आज स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी महाविद्यालय, सिंगपुर का विशेष दौरा किया। इस विजिटिंग कार्यक्रम का लक्ष्य ग्राम पंचायतों में शिक्षा, सामाजिक उत्तरदायित्व और सामुदायिक सहभागिता के लिए नवीन प्रयोगों को प्रोत्साहित करना रहा।स्वागत और उद्बोधन
कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के शिक्षकगण, विद्यार्थियों और शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों द्वारा पुष्पगुच्छ, हार-माला और चंदन वंदन से भव्य स्वागत के साथ हुई।इस अवसर पर सरपंच संघ कुरूद के संरक्षक टिकेश साहू ने अपने उद्बोधन में कहा कि “शिक्षा की मजबूती के बिना ग्राम पंचायत का सर्वांगीण विकास अधूरा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस दौरे का मुख्य उद्देश्य विद्यालय जैसी अनुकरणीय संस्थाओं से सीख लेकर अभियान को और अधिक प्रभावी बनाना है। उन्होंने मिशन की सफलता के लिए पंचायत प्रतिनिधियों की सक्रिय सहभागिता, शिक्षकों की शैक्षिक प्रतिबद्धता और अभिभावकों की सामुदायिक भागीदारी को अनिवार्य करार देते हुए इसे “जनभागीदारी आधारित विकास का आदर्श उदाहरण” बताया।
प्राचार्य वी. पी. चंद्रा की आदर्श कार्यशैली विद्यालय के प्राचार्य वी. पी. चंद्रा की कार्यशैली को सरपंच संघ कुरूद ने विशेष रूप से सराहा। उन्होंने विद्यालय में एक ऐसा संगठित शैक्षणिक तंत्र विकसित किया है, जो अनुशासन, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और सामाजिक मूल्यों का प्रतिरूप है। चंद्रा सर की दूरदर्शिता ने विद्यालय को न केवल जिले बल्कि राज्य स्तर पर “मॉडल स्कूल पंचायत” के रूप में स्थापित किया है। उनके दृष्टिकोण ने शिक्षकों, विद्यार्थियों और अभिभावकों में जिम्मेदारी और सहभागिता की नई चेतना जागृत की है। उनके उत्कृष्ट प्रयासों ने यह सिद्ध किया है कि एक विद्यालय संपूर्ण पंचायत की दिशा और दशा बदल सकता है।

विद्यालय की गतिविधियाँ और चर्चाएँ कार्यक्रम के दौरान दिव्यांग छात्र-छात्राओं द्वारा प्रस्तुत सांगीतिक कार्यक्रम ने सभी उपस्थित प्रतिनिधियों को भावविभोर किया।
इसके बाद सरपंच संघ के सदस्यों ने विद्यालय के पुस्तकालय, प्रयोगशालाओं और कक्षाओं का निरीक्षण किया। विद्यालय की प्रगति पर आधारित डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी दिखाई गई।
चाय-नाश्ते के दौरान विद्यालय की कार्ययोजना की समीक्षा और भावी रणनीति पर विस्तृत चर्चा हुई। इस अवसर पर सरपंच संघ कुरूद के संरक्षक टिकेश साहू, अध्यक्ष हरिशंकर साहू, उपाध्यक्ष पुरण घरतलहरे एवं पूजा साहू, कोषाध्यक्ष जयमित्र साहू, संयोजिका खुमेश्वरी साहू, सदस्य नेमीन सिन्हा तथा मीडिया प्रभारी योगेश साहू सहित स्थानीय सरपंच लोमेश साहू, सभी शिक्षकगण, शाला विकास समिति सदस्य एवं अभिभावक उपस्थित रहे। अभियान की जानकारी और आभार प्रदर्शन

सरपंच संघ कुरूद के मीडिया प्रभारी योगेश साहू ने “मोर गांव – मोर अभियान” की विस्तृत जानकारी साझा की और योजना के उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए कहा कि यह पहल ग्राम पंचायतों को आत्मनिर्भर, सशक्त और अनुकरणीय बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है।
उन्होंने अभियान की सफलता के लिए विद्यालय परिवार, शाला प्रबंधन समिति, अभिभावकों, शिक्षकों और सरपंच एवं जनप्रतिनिधियों के सहयोग का विशेष आभार व्यक्त किया। साथ ही उन्होंने प्राचार्य वी. पी. चंद्रा द्वारा दिए जा रहे सतत मार्गदर्शन को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया।
स्थानीय सरपंच का स्वागत और योगदान ग्राम सिंगपुर के स्थानीय सरपंच लोमेश साहू ने अपने उद्बोधन में विद्यालय और पंचायत के संयुक्त प्रयासों की महत्ता पर बल दिया। उन्होंने उपस्थित सभी शिक्षकों, पालकों और समिति सदस्यों की ओर से कुरूद सरपंच संघ को बधाई एवं शुभकामनाएँ प्रेषित कीं।
इसी अवसर पर उन्होंने प्रतीक स्वरूप 50 नग रीठा पौधों का भेंट कर शिक्षा अभियान को हरियाली और पर्यावरण संरक्षण से जोड़ने का संदेश दिया।
