भैसमुंडी से उठी नशामुक्ति की बिगुल

घनश्याम साहू (the chhattisgarh news)
कुरूद- मोर गांव – मोर अभिमान अभियान के अंतर्गत ग्राम पंचायत भैंसमुंडी में एक ऐतिहासिक पहल की शुरुआत हुई। ऊर्जावान, दूरदर्शी एवं समाजहितैषी सरपंच ओमप्रकाश यादव जी के नेतृत्व में गठित महिला कमांडो समिति ने गांव को नशे से मुक्त करने का संकल्प लिया। समिति की कमान अध्यक्ष मंजीता निषाद को सौंपी गई, जिन्होंने मातृशक्ति को एकजुट कर इस अभियान को नई ऊर्जा प्रदान की।कार्यक्रम के मुख्य वक्ता एवं मुख्य अतिथि टिकेश साहू संरक्षक, सरपंच संघ कुरूद एवं अध्यक्ष, गुरुघासीदास महाविद्यालय जनभागीदारी समिति कुरूद ने गहन चिंतन प्रस्तुत करते हुए कहा युवा पीढ़ी नशे की गिरफ्त में तेजी से फंस रही है। 14 से 34 वर्ष की आयु वर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित है। यह हमारे समाज और भविष्य के लिए गंभीर खतरा है। शिक्षा संस्थानों में युवाओं की घटती संख्या इसका जीवंत उदाहरण है। यदि समय रहते कदम नहीं उठाए गए, तो हम अपनी भावी पीढ़ी खो देंगे। भैंसमुंडी का यह संकल्प समूचे जनपद को नई दिशा और प्रेरणा प्रदान करेगा।उन्होंने आगे कहा कि यह केवल नशा उन्मूलन नहीं बल्कि गांव के आत्मसम्मान, संस्कृति और सामाजिक चेतना का महाआंदोलन है।

भैंसमुंडी से उठी यह मशाल अब पूरे 108 पंचायतों में नशामुक्ति की ज्वाला बनकर फैलेगी।अभियान के सूत्रधार एवं मीडिया प्रभारी सरपंच संघ कुरूद योगेश साहू ने महिला कमांडो की रणनीति और कार्ययोजना पर प्रकाश डालते हुए कहा –एक स्वच्छ गांव, सुरक्षित गांव और नशामुक्त समाज की नींव तभी मजबूत होगी जब मातृशक्ति आगे बढ़कर नेतृत्व करेगी। आज भैंसमुंडी की महिलाएं उस ऐतिहासिक संकल्प के साथ खड़ी हैं जो आने वाली पीढ़ी का भविष्य बदल देगा।इस अवसर पर पुलिस प्रशासन का गरिमामय प्रतिनिधित्व कर रहे थाना प्रभारी सुरेश नंद एसआई, ने कहा – आपका यह संकल्प केवल गांव ही नहीं बल्कि पूरे समाज के लिए प्रेरणास्रोत है।

पुलिस प्रशासन हर परिस्थिति में इस जनआंदोलन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है अंत में ग्राम पंचायत भैंसमुंडी की ग्राम विकास समिति ने सभी अतिथियों एवं वक्ताओं का आभार व्यक्त किया और सरपंच संघ कुरूद को इस जनकल्याणकारी अभियान के लिए बधाई दी। इस कार्यक्रम में ग्रामीण जन काफी संख्या में उपस्थित रहे
